करैरा :- करैरा और उसके आसपास के ग्रामीण अंचल में आज रामनवमी का पर्व बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाएगा। इस पावन अवसर पर क्षेत्र के प्रमुख राम मंदिरों – बगीचा मंदिर, रामजानकी मंदिर, आईटीबीपी राम मंदिर और टीला गांव के नव-निर्मित राम मंदिर – पर भव्य आयोजन किए जा रहे हैं। प्रत्येक मंदिर पर खास तैयारियों के साथ भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव को मनाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
बगीचा मंदिर में रामधुन के साथ होगा रामनवमी का समापन
करैरा स्थित बगीचा मंदिर पर यह दूसरा वर्ष है जब भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामनवमी का आयोजन किया जा रहा है। मंदिर के वर्तमान महंत राजेन्द्र गिरी महाराज के नेतृत्व में नौ दिनों से अखंड रामधुन का आयोजन चल रहा है, जो रामनवमी के दिन समापन पर पहुंचेगा। यह रामधुन 114 वर्षों से निरंतर चैत्र की नवरात्री में होती है । इसके बाद मंदिर परिसर में भंडारे का आयोजन किया जाएगा। गौरतलब है कि पूर्व महंत लक्ष्मण गिरी महाराज के समाधि लेने के बाद से मंदिर की जिम्मेदारी राजेन्द्र गिरी महाराज संभाल रहे हैं।
सबसे प्राचीन रामजानकी मंदिर में भी आज रहेगी रामनवमी की धूम
वार्ड क्रमांक 14, नई कॉलोनी स्थित रामजानकी मंदिर करैरा का सबसे पुराना राम मंदिर माना जाता है। यहां रामनवमी का आयोजन हर वर्ष की तरह इस बार भी भव्यता के साथ किया जा रहा है। मंदिर के महंत सीताराम महाराज की देखरेख में तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया है। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की उम्मीद को देखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं। पूरे मंदिर परिसर को रंग बिरंगे फूलों से सजाया गया है और भक्तजन सुबह से ही पूजन-अर्चन में जुटे हुए हैं।
आईटीबीपी राम मंदिर में दिखेगा अनुशासन और श्रद्धा का संगम
आईटीबीपी परिसर के अंदर स्थित राम मंदिर करैरा के अनुशासित मंदिरों में से एक है। इस मंदिर की देखरेख आईटीबीपी द्वारा की जाती है, लेकिन आम श्रद्धालुओं के लिए भी यह मंदिर खुला रहता है। पहले यह मंदिर करैरा की मुख्य सड़क पर आता था, लेकिन नेशनल हाईवे 27 के बाईपास बनने के बाद यह छावनी क्षेत्र के भीतर आ गया है। यहां फौजी सिपाही ड्यूटी के साथ-साथ मंदिर में पूजा-पाठ और व्यवस्थाएं संभालते हैं। रामनवमी पर यहां विशेष पूजा और आरती का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आईटीबीपी के जवानों के साथ ग्रामीण श्रद्धालु भी भाग ले रहे हैं। यहाँ फौजी सिपाही ड्यूटी पर तैनात रहते हैं इस कारण यह मंदिर करैरा के अनुशासित मंदिरों में एक है ।
टीला गांव में नवनिर्मित मंदिर पर गूंजेगा ‘जय श्रीराम’
करैरा के नजदीकी गांव टीला में भी रामनवमी को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है। यहां दो वर्ष पूर्व भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा कर एक भव्य मंदिर का निर्माण किया गया था। इस वर्ष भी मंदिर के पुजारी मोनू तिवारी के नेतृत्व में उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। गांव के सभी लोग एकजुट होकर मंदिर की छत के नीचे ‘जय श्रीराम’ के उद्घोष के साथ पर्व को मनाएंगे। रामभक्तों में खासा उत्साह है और पूरे गांव में राममय माहौल बना हुआ है।