आधा सैकड़ा जगह हुआ करैरा में शोभायात्रा का भव्य स्वागत
करैरा:- करैरा में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती का आयोजन एक ऐतिहासिक और भव्य उत्सव के रूप में सम्पन्न हुआ। यह दिन न केवल बाबा साहब के प्रति श्रद्धा और सम्मान का प्रतीक बना, बल्कि सामाजिक एकता, धार्मिक समरसता और उनके विचारों के प्रचार-प्रसार का भी एक जीवंत मंच बन गया। करैरा के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में नीले झंडों, बैनरों और बाबा साहब की तस्वीरों से सजा माहौल देखते ही बनता था। हर वर्ग, हर समुदाय और हर धर्म के लोग इस उत्सव में शामिल हुए, जिसने करैरा को सामाजिक एकता का एक अनूठा उदाहरण बना दिया। रैली, स्वागत समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम और भंडारे ने इस दिन को अविस्मरणीय बना दिया। यह आयोजन बाबा साहब के विचारों को नई पीढ़ी तक ले जाने और समाज में समानता के लिए प्रेरित करने का एक सशक्त प्रयास था।
नीले झंडों से सजा करैरा: रैली में उमड़ा भारी जनसैलाब
करैरा में अंबेडकर जयंती की शुरुआत सुबह से ही उत्साहपूर्ण माहौल के साथ हुई। पूरे शहर को नीले झंडों, बैनरों और बाबा साहब की तस्वीरों से सजाया गया था, जो उनके प्रति लोगों की अगाध श्रद्धा को दर्शा रहा था। ग्रामीण अंचलों से लेकर शहरी क्षेत्रों तक, लोग डीजे, ट्रैक्टरों और सजे-धजे वाहनों के साथ रैली में शामिल हुए। अनुमान है कि करैरा में 50 से अधिक स्थानों पर रैली का भव्य स्वागत किया गया। विभिन्न समुदायों के लोगों ने जगह-जगह ठंडा पानी, शरबत, केले और मिठाइयों का वितरण किया, जो सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रतीक बना। दोपहर 2 बजे की भीषण गर्मी के बावजूद रैली का उत्साह कम नहीं हुआ। घोड़े, बग्गी और फूल-मालाओं से सजे वाहनों ने बाबा साहब की तस्वीरों को मुख्य दरबार तक पहुंचाया। हर गली-मोहल्ले में लोगों ने जयकारो और नारों के साथ रैली का स्वागत किया, जिसने करैरा को एक उत्सव स्थल में बदल दिया। यहरैली में शामिल लोगों ने उनके नारे “शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो” को बार-बार दोहराया, जो समाज में बदलाव की प्रेरणा देता रहा। इस रैली ने करैरा के लोगों को एकजुट करने और सामाजिक समरसता का संदेश देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सर्व समाज की रही भागीदारी, नेताओं के साथ अन्य समुदायों का भी हुआ संगम
करैरा में अंबेडकर जयंती का आयोजन सभी वर्गों, समुदायों और राजनीतिक दलों के लिए एक साझा मंच बन गया। जाटव समाज ने इस आयोजन को भव्य बनाने में अग्रणी भूमिका निभाई, जिसमें विभिन्न दलों के नेताओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिला अध्यक्ष जसवंत जाटव, पूर्व विधायक प्रागीलाल जाटव, भीम आर्मी के महेंद्र बौध, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराई। इन नेताओं ने अपने संबोधनों में बाबा साहब के संविधान निर्माण, सामाजिक न्याय और दलित उत्थान के लिए किए गए कार्यों को याद किया। महिलाएं, पुरुष, बच्चे और कर्मचारी सभी इस समारोह का हिस्सा बने, जिसने करैरा में सर्व समाज की एकता को प्रदर्शित किया। बिहारी सेवा समिति ने भी इस अवसर पर एक्सचेंज पर रैली का भव्य स्वागत किया। शैलेंद्र यादव, मौहसीन खान, बालजी पहलवान, सतीश वर्मा और नईम खान ने माल्यार्पण कर रैली में शामिल लोगों का सम्मान किया। इस स्वागत ने आयोजन में और अधिक रंग जोड़ा और सामाजिक एकता को मजबूत करने में योगदान दिया। समारोह में आए लोगों ने बाबा साहब के विचारों को अपनाने और समाज में समानता के लिए कार्य करने का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में विभिन्न समुदायों का सहयोग और नेताओं की भागीदारी ने इस आयोजन को एक ऐतिहासिक घटना बना दिया।
हरदौल मंदिर से बौध विहार तक,ऐतिहासिक शोभा यात्रा का हुआ भव्य स्वागत
करैरा में अंबेडकर जयंती की सबसे खास परंपरा रही हरदौल मंदिर से शुरू होने वाली यात्रा। इस वर्ष भी यात्रा हरदौल मंदिर से प्रारंभ हुई और करैरा के विभिन्न गली-मोहल्लों से गुजरती हुई संबोधि बौध विहार पहुंची। इस यात्रा में विभिन्न धर्मों और समुदायों के लोगों ने हिस्सा लिया, जो धार्मिक एकता और सामाजिक समरसता का प्रबल उदाहरण बना। यात्रा के दौरान बाबा साहब की तस्वीरों को फूल-मालाओं से सजाया गया और नारों के साथ उनका सम्मान किया गया। बौध विहार में आयोजित समारोह में बाबा साहब के जीवन, उनके योगदानों और उनके विचारों पर विस्तृत चर्चा हुई।भीम आर्मी के युवा नेता महेंद्र बौध ने उनके शिक्षा, संगठन और संघर्ष के मंत्र को दोहराया और समाज में समानता और न्याय की स्थापना के लिए उनके दर्शन को अपनाने का आह्वान किया। समारोह के अंत में भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सर्व समाज के लोगों ने एक साथ भोजन ग्रहण किया। यह भंडारा सामाजिक एकता का एक जीवंत प्रतीक बना, जहां सभी ने एक-दूसरे के साथ भाईचारे का प्रदर्शन किया। यह यात्रा और समारोह न केवल बाबा साहब के प्रति श्रद्धा का प्रदर्शन था, बल्कि उनके सपनों को साकार करने और समाज को एकजुट करने का संकल्प भी था।
पत्रकार राजेन्द्र गुप्ता मो नं 8435495303