क्राइम ब्रांच ग्वालियर की सायबर क्राइम विंग की कार्यवाही*टेलीग्राम पर जॉब टास्क का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले गैंग के 06 सदस्यों को फेडरल बैंक के डिप्टी मैनेजर सहित किया गिरफ्तार*
क्राइम ब्रांच ग्वालियर की सायबर क्राइम विंग की कार्यवाही
*टेलीग्राम पर जॉब टास्क का झांसा देकर लाखों रुपये की ठगी करने वाले गैंग के 06 सदस्यों को फेडरल बैंक के डिप्टी मैनेजर सहित किया गिरफ्तार*
*पकड़े गये आरोपियों से 08 एटीएम कार्ड, 02 बैंक पासबुक, 02 चेकबुक, 03 सिमकार्ड व 09 मोबाइल फोन तथा स्विफ्ट कार जप्त की गई।*
ग्वालियरः 22.09.2024- पुलिस अधीक्षक ग्वालियर श्री राकेश कुमार सगर,(भापुसे) को आवेदक बलविन्दर सिंह गिल निवासी सिटी सेन्टर ग्वालियर ने एक शिकायती आवेदन पत्र प्रस्तुत किया कि उसके साथ टेलीग्राम पर जॉब टॉस्क का झांसा देकर टेलीग्राम ग्रुप में एड करके 9,45,000/- रूपये की ऑनलाइन धोखाधङी की गई है। आवेदक की शिकायत को गंभीरता से लेते हुये पुलिस अधीक्षक ग्वालियर ने आवेदक की शिकायत पर कार्यवाही करने हेतु अति0 पुलिस अधीक्षक(अपराध) श्री षियाज़ के.एम. (भापुसे) को सायबर क्राइम टीम से उक्त शिकायत पर तत्काल कार्यवाही करवाने हेतु निर्देशित किया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों के परिपालन में एएसपी अपराध श्री आयुष गुप्ता(भापुसे) तथा डीएसपी अपराध श्री नागेन्द्र सिंह सिकरवार के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी श्री अजय सिंह पंवार एवं सायबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक श्री राजेश सिंह तोमर ने उक्त आवेदन की जाँच हेतु सायबर क्राइम विंग को लगाया गया। आवेदक की शिकायत पर से थाना क्राइम ब्रांच में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया, दौराने विवेचना पाया गया कि अधिकतर राशि ग्वालियर के बैंक अकाउंट में स्थानांतरित हुई है व कुछ राशि ग्वालियर से ही निकाली गई है। पुलिस टीम को तकनीकी सहायता के आधार पर ज्ञात हुआ कि जिस बैंक खाते में फ्रॉड की राशि स्थानांतरित हुई है वह खाता सोहेल खान पुत्र कल्लू खान निवासी मेवाती मोहल्ला ग्वालियर का है। जिस पर से पुलिस टीम द्वारा उक्त खाता धारक को हिरासत में लेकर उसकी निशादेही पर उसके अन्य साथियांे को हिरासत में लिया गया। पकड़े गये आरोपियों से पूछताछ करने पर आरोपी प्रयल अष्ठाना पुत्र स्व0 प्रदीप कुमार अष्ठाना द्वारा अपने साथी इमरान खान, आकाश कोहली, वीर सिंह कौरव व साथी फैडरल बैंक के डिप्टी मैनेजर ऋतिक सनोटिया के साथ मिलकर ऑनलाइन ठगी के लिये लोगों के खाते खोलकर सायबर फ्रॉड़ हेतु उपलब्ध करना बताया। आरोपीगण इमरान व आकाश ऐसे लोगों को ढूंढते थे जिन्हे पैसों की जरूरत होती थी, उन्हे पैसे देकर खाता खुलवाने के लिये प्रयल अष्ठाना के पास भेजते थे। प्रयल अष्ठाना अपने साथी वीरू कौरव के साथ मिलकर खाता खुलवाने व पैसे निकालने के लिये बैंक जाता था। आरोपी प्रयल अष्ठाना अपने साथी सिटी सेंटर स्थित फैड़रल बैंक के डिप्टी मैनेजर ऋतिक सनोटिया से भेजे गये लोगों के खाते ज्यादा वैरीफिकेशन न करके जल्द से जल्द खोलने की बोलता था और उसके एवज में प्रति खाते पर 10,000/- रूपये फैडरल बैंक के डिप्टी मैनेजर को देता था। पुहिस टीम द्वारा पकड़े गये आरोपीगणांे से 08 एटीएम कार्ड, 02 बैंक पासबुक, 02 चेकबुक, 03 सिमकार्ड व 09 मोबाइल फोन तथा स्विफ्ट कार को विधिवत जप्त किया गया हैं। पुलिस टीम द्वारा उक्त प्रकरण में अन्य बैंक कर्मचारियों के साथ आरोपीगणों की संलिप्तता के संबंध में भी बारीकी से जांच की जा रही हैं।
*गिरफ्तार आरोपी*:-
(1) प्रयल अष्ठाना पुत्र स्व. प्रदीप कुमार अष्ठाना उम्र 30 वर्ष निवासी अर्चना शर्मा का मकान 241/242 लाइन नंबर 01 हजीरा ग्वालियर।
(2) आकाश कोली पुत्र स्व. शिवप्रसाद कोली उम्र 25 वर्ष हाल निवासी मूल निवासी - वार्ड नंबर 25 किशनपुरी मुरार ग्वालियर सेंगर सदन सिद्धेश्वर नगर मुरार ग्वालियर।
(3) रितिक सनोटिया पुत्र राकेश सनोटिया उम्र 26 वर्ष हाल निवासी 101 सनत होम्स अपार्टमेन्ट इण्डियन ओवरसीज बैंक के सामने कैलाश बिहार सिटी सेन्टर ग्वालियर मूल निवासी 35 प्रोफेसर कॉलोनी एप्पल हॉस्पिटल के सामने अशोक नगर भँवरकुआ इन्दौर।
(4) सोहिल खान पुत्र कल्लू खान उम्र 25 साल नि. सागरताल रोड खारे कुँआ के पास, लघेडी जगनापुरा ग्वालियर।
(5) इमरान खान पुत्र हम्मू खान उम्र 32 साल नि. मेवाती मौहल्ला, इमामबाडा सागरताल लघेडी
जगनापुरा हजीरा ग्वालियर।
(6) वीर सिंह कौरव उर्फ धर्मेन्द्र पुत्र स्व. भूप सिंह कौरव उम्र 47 साल नि. सीबी पैलेस के सामने काले साहब का बाडा शिंदे की छावनी लश्कर ग्वालियर।
*जप्त मशरूका*:- 08 एटीएम कार्ड, 02 बैंक पासबुक, 02 चेकबुक, 03 सिमकार्ड व 09 मोबाइल फोन तथा स्विफ्ट कार जप्त की गई।
*आमजन के लिये सूचना*:- आजकल प्राय देखने में आ रहा है कि ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब/टॉस्क का झांसा देकर टैलीग्राम ग्रुप पर जोड़कर टॉस्क देकर शुरूआत में पैसे का प्रलोभन देकर ऑनलाइन घोखाधडी की जा रही है। इस प्रकार की धोखाधडी में फ्रॉडस्टर द्वारा विश्वसनीयता बनाये रखने के लिये शुरूआत में इनवेस्ट करने वाले व्यक्ति को छोटे अमाउंट पर प्रोफिट दिया जाता है जैसे ही इनवेस्ट करने वाला व्यक्ति बड़ी राशि इनवेस्ट करता है तो वह सायबर ठगी का शिकार हो जाता है। फ्रॉडस्टर के द्वारा ठगी की राशि वापस नही की जाती है।
*सराहनीय भूमिका*:- थाना प्रभारी क्राईम ब्रांच ग्वालियर श्री अजय सिंह पंवार, निरी0 राजेश सिंह तोमर, उनि0 धर्मेन्द्र शर्मा, उनि0 हरेन्द्र सिंह राजपूत, उनि0 रवि लोधी, प्र0आर0 सुनील शर्मा, दिनेश सिंह राजावत, सतेन्द्र कुशवाह, सुरेन्द्र तोमर, आर0 शिवशंकर शुक्ला, श्यामू मिश्रा, सुमित सिंह भदौरिया, ओमशंकर सोनी, गौरव भदोरिया, नवीन पाराशर, कपिल पाठक, जैनेन्द्र गुर्जर, म.आर0 सुनीता कुशवाहा, मेघा श्रीवास्तव, भानुप्रिया, साधना मिश्रा की सराहनीय भूमिका रही।