निरंतर चलनेवाला,विश्व का पहला कविता पर्व,उन्मेश डॉ.सीकर स्मृति कविता पर्व का 221 वाॅं अंक हुआ सम्पन्न।
दतिया / अनेक वर्षों से , साहित्यक जनजागरण के साथ , उत्कृष्ट साहित्यक विभूतियों का जनक बन गया हैं कविता पर्व । डॉ.आलोक सोनी साहित्य , संस्कृति और शिक्षा जगत के उच्च सम्मानों से सम्मानित , समाज की प्रेरणादायी विभूति हैं , उनके आयोजन में आकर हमारा गौरव बढ़ा हैं । निरंतर चलनेवाला , विश्व का पहला हैं , डॉ.सीकर कविता पर्व , उक्त विचार डॉ. आलोक संस्थान के तत्वावधान में , न्यू दतिया पब्लिक स्कूल के परिसर में , डबल डायमंड जुबली समारोह के वाद , आयोजित 221 वें मासिक डॉ.सीकर स्मृति कविता पर्व में ,मुख्य अतिथि की आसंदी से सेवढ़ा ब्लाक शिक्षा अधिकारी उन्मेश श्रीवास्तव ने व्यक्त किए । अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. आलोक सोनी ने की । विशिष्ट अतिथि के रुप में सरस्वती विद्या मंदिर के पूर्व प्राचार्य रामकिशुन स्वर्णकार उरई उपस्थित थे । कविता पर्व का संचालन सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.राजेन्द्र सिंह सेंगर ने किया । सुन्दर स्वर लहरी में प्रसिद्ध कवि सुन्दर लाल श्रीवास्तव ने सुन्दर सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की । युवा कवियत्री श्रीमती मंजू खरे एवं युवा कवियत्री नेहा सोनी ने उत्कृष्ट रचना पाठ कर सभी को आनंदित कर दिया । अहिसास के जिला अध्यक्ष, बुन्देली कवि सुन्दर लाल श्रीवास्तव ने कविता पाठ करते हुए कहा , बरस जाओ बदरा घुमर घुमर के ,सराही गई । सुप्रसिद्ध कवि भाजपा किसान मोर्चा के महामंत्री मनीराम शर्मा ने रचना सुनाते हुए कहा , बिना दृष्टि के जग है सूना ,सूने सारे सपने " भरपूर तालियां बजवाई । इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष डॉ. आलोक सोनी ने सभी साहित्यिक मित्रों के साथ मिलकर उन्मेश श्रीवास्तव का अंगपट्टिका , फूल माला पहनाकर, श्रीफल भेंट करके सम्मान किया , इस अवसर पर डॉ.आलोक सोनी ने कहा।हमें उत्कृष्ट शिक्षा विद उन्मेश श्रीवास्तव का सम्मान करके सुखद अनुभूति हो रही है ।सुप्रसिद्ध कवि रिटायर्ड ए एस आई अशोक उचाड़िया ने बुन्देली रचना सुनाते हुए कहा ,किते जा रई हो , दुपहरिया में " भरपूर सराही गई । हास्य कवि अरूण सिद्ध ने बेहतरीन हास्य रचना सुनाते हुये कहा । जिनने कछु नई करो ,उनको चमको झुमका , भरपूर हंसाया । अवधेश गोस्वामी ने उत्कृष्ट रचना पाठ किया तो वही साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त डॉ.राज गोस्वामी ने हास्य रचना सुनाते हुए कहा -- ' उछल रही है बहन लाडली ,खबर सुनाते में । एक हजार से बढ़कर आए , मेरे खाते में ' सराही गई । सुप्रसिद्ध कवियत्री अर्चना जाटव ने कविता पर्व की तथा डॉ.आलोक सोनी के समर्पित प्रयास की कविता में सराहना करते हुए कहा -- डॉ.सीकर स्मृति दिवस याद दिलाईयो , कविता पर्व हरदम मनाईयो " सुन्दर रचना प्रस्तुत की , इस अवसर पर , गोविंद मिश्रा , आशुतोष सोनी , सहदेव कुशवाहा उपस्थित थे । आभार बड़ोनी सर्किल के आर.आई.दिनेश श्रीवास्तव ने व्यक्त किया । पत्रकार राजेन्द्र गुप्ता मो नं8435495303