दतिया,ऊर्जा देती हैं,डॉ.सीकर कविता पर्व यूपीएससी चयनित विक्रम डॉ.सीकर स्मृति कविता पर्व का 218 वाॅं अंक सम्पन्न।

यूपीएससी चयनित विक्रम का गुरू डॉ.आलोक ने किया सम्मान              ‌‌                                   दतिया / अनेक वर्षों से, साहित्य के नये कीर्तिमान गढ़ रही है  कविता पर्व । साहित्यक मनीषियों के बीच में हमारे प्रेरणागुरू रहे  डॉ.आलोक सोनी से सम्मान पाकर  अभिभूत हूं ।   ऊर्जा देती हैं , डॉ.सीकर कविता पर्व ,उक्त विचार डॉ. आलोक संस्थान के तत्वावधान में , न्यू दतिया पब्लिक स्कूल के परिसर में , डबल डायमंड  जुबली  समारोह के वाद  , आयोजित 218 वें   " मासिक  डॉ.सीकर स्मृति  कविता पर्व में  " , मुख्य अतिथि की आसंदी से यूपीएससी में  चयनित विक्रम अहिरवार ने व्यक्त किए  । अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष  प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. आलोक सोनी ने की । विशिष्ट अतिथि के रूप में रास जेबी ग्रुप ऑफ कालेज के डायरेक्टर राजेश मोर , सब इंस्पेक्टर हरदास अहिरवार , एजी किड्स स्कूल के चेयरमैन रामकुमार कुशवाहा  उपस्थित थे ।  कविता पर्व का संचालन सुप्रसिद्ध कवि पूरनचंद्र शर्मा ने किया  । सुन्दर स्वर लहरी में , प्रसिद्ध कवि  सुन्दर लाल श्रीवास्तव ने सुन्दर सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की । विशिष्ट अतिथि राजेश मोर ने कविता पर्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा।शिक्षाजगत के गौरव डॉ.आलोक का कविता पर्व , हमें नई ऊर्जा,उमंग से भर देता है ,उनका प्रयास उत्तम है    । " अहिसास संस्था के अध्यक्ष कवि मनीराम  शर्मा ने  कविता पाठ करते हुए कहा -- " रामघाट का ठांव मनोरम , निर्मल पानी हैं   ' सराही गई  । सुप्रसिद्ध कवि रवि ठाकुर  ने राजनैतिक  व्यग्य रचना सुनाते हुए कहा --  " मत कहो इसकी शिराओं में जहर हैं । यह  प्रबल संभावनाओं का शहर है ।  भरपूर तालियां बजवाई ।   इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष डॉ. आलोक सोनी ने सभी साहित्यिक मित्रों के साथ मिलकर अपने प्रिय  शिष्य  यूपीएससी में चयनित विक्रम अहिरवार का अंगपट्टिका , शाॅल , श्रीफल ,भेंट करके विशेष सम्मान किया , साथ ही उन्होंने राजेश मोर , हरदास अहिरवार  रामकुमार कुशवाहा के  सामाजिक योगदान को भी सम्मानित किया । इस अवसर पर डॉ.आलोक सोनी ने कहा -हमें अपने प्रिय शिष्य विक्रम अहिरवार का सम्मान करके गर्व हो रहा है ।"  युवा कवियत्री प्रिंशी कुशवाहा ने अपनी प्रथम रचना सुनाते हुए   कहा -"  अब तो बेटी बनकर ही , कुछ कर दिखाना है  " भरपूर सराही गई  । पूर्व प्राचार्य कमलकान्त शर्मा , सेन्ट्रल स्कूल के पूर्व प्राचार्य गोविंद मिश्रा  ,  ने  बेहतरीन रचना सुनाई , तो वही हास्य कवि डॉ.राज गोस्वामी ने कविता सुनाते हुए कहा -- सड़कों पर सन्नाटा छाया ,सूरज अकड़ रहा । सराही गई । सुप्रसिद्ध कवियत्री अर्चना जाटव ने कविता पर्व की तथा डॉ.आलोक सोनी के योगदान की भरपूर सराहना करते हुए सुन्दर रचना प्रस्तुत की  । सुप्रसिद्ध कवि सुन्दर लाल श्रीवास्तव, रामकुमार कुशवाहा , पूरनचंद्र शर्मा ने भी बेहतरीन रचनाएं प्रस्तुत की  । प्रसिद्ध गीतकार रामस्वरूप साहू ने गीत सुनाते हुए कहा - फूलों से मिलती हैं खुशबू ,पवन उड़ा ले जाती है । सुघर सिंह रावत ने कहा -- जिंदा है स्वाभिमान अगर ,रखना इतना ध्यान मगर । सराही गई । प्रसिद्ध कवि राजेंद्र शुक्ला मधुर ने कहा - कैसे कैसे लोग मिलते , इस छोटे से जीवन में । भरपूर ताली बजवाई । इस अवसर पर ,  अशोक  उचाडिया , युवा कवि वी वी दतियापुरी , जतिन कुशवाहा ने भी बेहतरीन कविता पाठ किया । आभार समाजसेवी श्यामलाल प्रजापति ने व्यक्त किया।                                                      पत्रकार राजेंद्र गुप्ता मो नं8435495303