करैरा,सीएम हेल्पलाइन 181 बनी मजाक, शिकायत बंद कराने का बना रहे दवा दबाव।

सीएम हेल्पलाइन181 बनी मजाक शिकायत बंद कराने का बना रहे दबाव ,शिकायतकर्ताओं को कार्यकर्ताओं से आवेदन दिला व मानहानि का नोटिस जारी कर शिकायत बंद करवाने का बना रहे दबाबकरैरा। अनुविभाग के विकास खंड नरवर के महिला एवं बालविकास विभाग द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने वाले व्यक्तियों पर शिकायत वापसी करने के लिए करैरा थाने में महिलाओं से छेड़खानी करने का झूठा आवेदन देकर व कुछ को मानहानि का नोटिस देकर शिकायत 15 दिवस में वापिस लेने का दबाब बनाया जा रहा है। ऐसे कृत्यों से सीएम हेल्पलाइन की विश्वसनीयता खत्म हो रही है। आज करैरा के मीडिया बंधुओं ने उक्त मामले को लेकर एसडीएम को मुख्यमंत्री, आयुक्त महिला एवं बालविकास, संभागीय आयुक्त ग्वालियर, कलेक्टर शिवपुरी, पुलिस अधीक्षक शिवपुरी सहित थाना प्रभारी करैरा के नाम ज्ञापन सौंपा है।सौरभ भार्गव, दीपक शर्मा, असलम खान, राजकपूर, विवेक यादव ने सामूहिक रूप से बताया कि करैरा अनुविभाग में हम संवाददाता के रूप में अपना पत्रकारिता का कार्य पूर्ण ईमानदारी से करते है। करैरा अनुविभाग के नरवर ब्लॉक के गांवों में महिला एवं बालविकास विभाग में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने पर जिसमे आंगनबाड़ी नही खुलना, बच्चों को नाश्ता नही मिलना, रंगाई पुताई के लिये आई राशी खुर्दबुर्द करना व विभाग में काफी लंबे समय से एक बाबू पदस्थ होने के कारण इनके संरक्षण में यह भ्रष्टाचार करना जैसी शिकायत हमने सीएम हेल्पलाइन 181 पर दर्ज कराई थी। जिसके एवज में इनके द्वारा हमको डराने की मंशा से हमारे एक साथी सौरभ भार्गव के खिलाफ ग्राम झंडा की आंगनबाड़ी में पदस्थ महिलाओं से पुलिस को आवेदन भिजवाया गया है। इसके अलावा हम सबको वकील द्वारा 15 दिन के भीतर शिकायत बंद करने वरना मानहानि का दावा करने का नोटिस हमको महिला बालविकास में पदस्थ बाबू अजय तिवारी ने भिजवाया है। मुख्यमंत्री महोदय की महत्वाकांक्षी योजना (सीएम हेल्पलाइन) का उक्त बाबू ने मजाक बनाकर रख दिया है। जानकारी मिली है कि इन बाबू जी के द्वारा पहले भी कई शिकायत कर्ताओं के खिलाफ भी इस तरह की कार्रवाई कर शिकायतें बंद कराई जा चुकी है। जिसका मतलब है कि सीएम हेल्पलाइन का इनके द्वारा मजाक बनाया जा रहा है। यदि इस मामले में उचित जांच की जाए तो लाखों का भ्रष्टाचार उजागर होगा। पत्रकार संघ करैरा के असलम खान, हिर्देश पाठक, प्रमोद जैन, राजेश नरवरिया, राजेंद्र गुप्ता,आदर्श भार्गव, कौशल भार्गव, सौरभ भार्गव, देवेंद्र परमार, राजकपूर लोधी, रजउ परमार, दुर्गसिंह लोधी, हरि साहू, हेमंत भार्गव, महेश मिश्रा आदि सदस्यों ने उक्त मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग एसडीएम करैरा दिनेशचंद्र शुक्ला से की है, जिसपर से श्री शुक्ला ने स्वयं ही जांच करने का आश्वासन दिया है।इनका कहना हैकरैरा एसडीएम दिनेश शुक्ला ने स्वयं मामले की जांच करने का आश्वासन पत्रकार संघ को दिया व तत्काल फोन कॉल के माध्यम से परियोजना अधिकारी नरवर से चर्चा की।उन्होंने कहा कि सीएम हेल्पलाइन की जांच करनी चाहिये इस तरह मानहानी के नोटिस भेजना एवं थाने में आवेदन भेजना इससे सीएम हेल्पलाइन की विश्वसनीयता भी खत्म होती है। इन पर जांच उपरांत सख्त कार्रवाई कि जायेगी।          पत्रकार राजेंद्र गुप्ता मो नं8435495303