महानगर के सम्मानीय निवासियों से भी मेरा निवेदन है कि पर्यावरण एवं जनहित एवं स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए अपने आसपास के सुने और खाली उजाड़ पडे पार्को को ही नहीं श्मशान भुमि पर सार्वजनिक स्थानों पर भी वृक्षारोपण करें गुरुशरण सिंह अहलूवालिया संपादक सिटी टुडे
आज से 4 वर्ष पूर्व जब मैंने ब्लू लोटस हिल कॉलोनी में अपना भवन बनाना शुरू किया था सब पास में ही तीन छोटे बड़े पार्क घर के पास होने का सौभाग्य मिला तो मैंने उनमें से दो पार्क को गोद लिया तथा वहां 40 से अधिक छोटे-बड़े धार्मिक मान्यता अनुसार बेलपत्र आंवला पीपल जामुन पार्क नीम अशोक सिल्वर ऑक छोटी नेम हरसिंगार शमी कदम आदि पेड़ों का वहां खुद वृक्षारोपण किया जिनको मैंने अपने बच्चों जैसा पहला अर्थात समय पर उस पेड़ों को पानी देना तथा उनकी हिफाजत करना खुद स्वयं के श्रमदान से संकल्प लिया आज यह पेड़ आपके सामने हैं इस दौरान मुझे कई मुश्किलों का सामना भी करना पड़ा इसी बड़ी पार्क में 2 माह पूर्व श्री एनके मिश्रा जी तथा संजय जोटवानी ने अमरूद तथा बरगद के पेड़ों का भी विगत दिनों वृक्षारोपण किया जिनको वह खुद अपनी निगरानी में हिफाजत करते हैं इसी प्रकार स्कूल के सामने छोटी पार्क को में भी मेरे द्वारा स्वयं के श्रमदान से 6 से अधिक पेड़ों का वृक्षारोपण कर उनको अपनी खुद की निगरानी में रखा 6 माह पूर्व इस छोटी पार्क को श्री अवधेश त्रिपाठी जी ने गोद में ले लिया है अब वह वहां विभिन्न प्रकार के पेड़ों का वृक्षारोपण खुद के श्रमदान के माध्यम से करवा कर उनकी खुद हिफाजत कर रहे हैं मुझे बड़ा हर्ष है परंतु दुख इस बात का है के इन पार्को को कॉलोनाइजर की अनदेखी के कारण वर्षों उजाड़ पडा रहा आज भी संसाधनों की कमी के कारण पार्क इतने विकसित नहीं है इसके लिए श्री एन. के. मिश्रा संजय जोटवानी तथा अवधेश त्रिपाठी जी हम सब मिलकर प्रयास कर रहे हैं जितने होने चाहिए कॉलोनाइजर इस मुद्दे पर कभी भी दिलचस्पी नहीं लेते.
अभी भी कॉलोनी में छोटे बड़े पांच पार्क है इन के आसपास के सम्मानीय निवासियों से में पर्यावरण दिवस के इस अवसर पर हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि इन पार्कों को अपनी हिफाजत एवं निगरानी में वृक्षारोपण कर बचाएं.
महानगर के सम्मानीय निवासियों से भी मेरा निवेदन है कि पर्यावरण एवं जनहित एवं स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए अपने आसपास के सुने और खाली उजाड़ पडे पार्को को ही नहीं श्मशान भुमि पर सार्वजनिक स्थानों पर भी वृक्षारोपण करें
गुरुशरण सिंह अहलूवालिया
M3/19