ब्रह्मा जी के मानस पुत्रों की तपोभूमी सनकुआँ धाम में गहोई समाज महिला मण्डल अध्यक्ष श्रीमती उमा- राजेश तरसौलिया ने देश को कोरोना मुक्त करने के लिये सपरिवार हवन किया।*

*ब्रह्मा जी के मानस पुत्रों की तपोभूमी सनकुआँ धाम में गहोई समाज महिला मण्डल अध्यक्ष श्रीमती उमा- राजेश तरसौलिया ने देश को कोरोना मुक्त करने के लिये सपरिवार हवन किया।*

ब्रह्मा जी के मानस पुत्रों सनक, सनंदन, सनातन, सनत कुमार की पावन तपोभूमी सनकुआँ धाम में गायत्री परिवार के आवाहन पर गहोई समाज महिला मण्डल अध्यक्ष श्रीमती उमा- राजेश तरसौलिया ने देश को कोरोना मुक्त करने के लिये सपरिवार हवन किया। श्रीमती उमा- राजेश तरसौलिया ने कहा कि ऋग्वेद के अनुसार हवन करवाना बेहद फायदेमंद माना जाता है, इससे घर की पवित्रता बरकरार रहती है। हवन करवाने से वातावरण प्रदूषण मुक्त होता है, सेहत के लिए भी लाभदायक माना जाता है।घर में हवन करने से आध्यात्मिक शुद्धता होती है हवन के साथ आपके अंदर भी सकारात्मक शक्ति का संचार होता है। हवन करवाने से ना ही सिर्फ आपको मानसिक शांति मिली होगी बल्कि आपकी‌‌ शारीरिक क्षमता भी बढ़ जाती है, यह एक नहीं बल्कि कई शोध में यह बताया गया है। सनातन धर्म के शास्त्र ऋग्वेद में भी इस बात का उल्लेख मिलता है कि हवन करवाने से इंसान कई बीमारियों से मुक्त हो जाता है। हवन में बेल, नीम,‌ कलीगंज, आम की लकड़ी, पीपल की छाल और तना, पलाश का पौधा, तिल, देवदार की जड़, अश्वगंधा की जड़, आम की पत्ती और तना, गूलर की छाल और पत्ती, बेर, कपूर, शकर जौ, चावल, चंदन की लकड़ी, इलायची, लौंग, जामुन की पत्ती, मुलेठी की जड़, लोभान, बहेड़ा का फल, हर्रे तथा घी का इस्तेमाल अत्यधिक किया जाता है। यह सभी सामग्रियां इंसान के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होती हैं।