विश्‍व दूरसंचार और सूचना समाज दिवस १७मई,  कोरोना को हराने में व लॉक्डाउन को सफल बनाने में टेलीकम्‍युनिशेन एंड इन्‍फॉर्मेशन का अहम योगदान

विश्‍व दूरसंचार और सूचना समाज दिवस १७मई, 
कोरोना को हराने में व लॉक्डाउन को सफल बनाने में टेलीकम्‍युनिशेन एंड इन्‍फॉर्मेशन का अहम योगदान


विश्‍व दूरसंचार और सूचना समाज दिवस अर्थात वर्ल्‍ड टेलीकम्‍युनिशेन एंड इन्‍फॉर्मेशन सोसाइटी डे प्रत्येक वर्ष १७ मई को मनाया जाता है।आधुनिक युग में फोन, मोबाइल और इंटरनेट लोगों की जीवन में रोटी की तरह प्रथम आवश्यकता बन गये हैं। इसके बिना जीवन की कल्पना करना बहुत ही मुश्किल हो चुका है।हम सब जानते हे पहले एक संचार प्रणाली होती है जिसे किसी केबल, टेलीग्राफ या प्रसारण माध्यम द्वारा दूर बैठे व्यक्ति से संपर्क करने के लिए उपयोग किया जाता है। विश्व में १९७३ से मोबाइल फ़ोन आने से दूरसंचार और सूचना क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है।स्मार्ट फ़ोन ओर इंटरनेट के बाद तो "कर लो दुनिया और जीवन मुट्ठी में"।आज यही है कि केवल बात नही पल भर में सूचना, फ़ोटो भेजना ,डोक्युमेंट ,गूगल के ई-मेल, चैटिंग, वीडियो और वॉयस चैटिंग बल्कि सोशल नेटवर्किग से लेकर स्टॉक एक्सचेंज, बैंकिंग, ई-शॉपिंग आदि आदि से हजारों किलोमीटर की दूरियां सिमट कर अब चंद सेकेंड के फासले में बदल गयी है । सुबह उठने से लेकर सोने तक, व्यापार से लेकर ख़रीदारी तक, रिश्तेदारी से लेकर दोस्ती, सब मुट्ठी में और तो और, ज्ञान लेना हो, देना हो, पढ़ना हो या पढ़ाना हो, सब सम्भव है इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मोबाइल से। आज एक तरफ़ यह जीवन आसान बना रहा है तो दूसरी तरह यह रिश्तों में दूरी व दरार । 
लेकिन इस कोरोना महामारी में लॉक्डाउन को सफल बनाने का क्रेडिट टेलीकम्‍युनिशेन एंड इन्‍फॉर्मेशन को जाता है। आज लोगों की ज़रूरत का सामान,शहर की ख़बर ,समय बिताने के लिए लूडो हो या तंबोला,अंताक्षरी या डान्स ,कवि सम्मेलन या व्यापार की मीटिंग ,खाना ख़ज़ाना या खाना बनाना कुछ भी हो दुनिया को घरों में रोके रखने में यह टेक्नॉलोजी कामयाब रही ।अतःआज कोइ भी इस टेलीकम्‍युनिशेन एंड इन्‍फॉर्मेशन की उपयोगिता किसी से छुपी नही है, ना ही कोई नकार सकता है।
आज लॉक्डाउन पीरीयड में सूचना, बातचीत,और तो और मेरा लिखना भी इसीलिए हो पा रहा है ।
हम सब जानते हे विश्व दूरसंचार दिवस' मनाने की परंपरा 17 मई, 1865 में शुरू हुई थी, अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) की स्थापना भी हुई लेकिन आधुनिक समय में इसकी शुरुआत 1969 में हुई। तभी से पूरे विश्व में इसे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसके साथ नवम्बर, 2006 में टर्की में आयोजित पूर्णाधिकारी कांफ्रेंस में यह भी निर्णय लिया गया था कि 'विश्व दूरसंचार' एवं 'सूचना' एवं 'सोसाइटी दिवस', तीनों को एक साथ मनाया जाए।वर्तमान समय में दूरसंचार का एक बहुत बड़ा हिस्सा इंटरनेट है। इसमें कोई शक नहीं है इंटरनेट ने लोगों के जीवन को काफ़ी सरल बना दिया है। 
आज कोरोना को हराने में व लॉक्डाउन को सफल बनाने में टेलीकम्‍युनिशेन एंड इन्‍फॉर्मेशन क़े योगदान को नकारा नहीं जा सकता है। जब भी कोरोना महामारी का ज़िक्र होगा तो टेलीकम्‍युनिशेन एंड इन्‍फॉर्मेशन का ज़िक्र होगा। 
घर पर रहे स्वस्थ रहे। 
#indiafightscorona