अपनी मांगों को लेकर 31 जनवरी से 1 फरवरी तक बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे. बैंक संगठनों की इंडियन बैंक एसोसिएशन के साथ मीटिंग असफल होने के बाद बैंककर्मियों ने यह फैसला लिया है.
अपनी मांगों को लेकर 31 जनवरी से 1 फरवरी तक बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे. बैंक संगठनों की इंडियन बैंक एसोसिएशन के साथ मीटिंग असफल होने के बाद बैंककर्मियों ने यह फैसला लिया है.
भोपाल। बैंक यूनियनों ने 31 जनवरी से 1 फरवरी तक देशव्यापी हड़ताल कर रहे है. 2 फरवरी को रविवार होने के कारण बैक बंद रहेगा. दरअसल बैंक संगठनों की इंडियन बैंक एसोसिएशन के साथ मीटिंग असफल होने के बाद बैंककर्मियों ने ये फैसला लिया है. बैंक कर्मियों ने राजधानी भोपाल के प्रेस कांपलेक्स स्थित क्षेत्र में रैली निकालकर अपना विरोध जताया.
वहीं मांगे पूरी नहीं होने पर बैंक यूनियनों ने 11, 12 और 13 मार्च को 3 दिन की हड़ताल की चेतावनी दी है.
बैंककर्मियों की मांग :
बैंक लोन की मांग है कि वेतन में कम से कम 20 फ़ीसदी की वृद्धि की जाए.
बैंकों में 5 दिन का कार्य दिवस हो.
बेसिक पे स्केल नए स्पेशल भत्ते का विलय हो.
एनपीएस को खत्म किया जाए.
पेंशन का अपडेशन हो.
परिवार को मिलने वाली पेंशन में सुधार हो.
स्टाफ वेलफेयर फंड का परिचालन लाभ के आधार पर बांटना.
रिटायर होने पर मिलने वाले लाभ को आयकर से बाहर.
कॉन्ट्रैक्ट और बिजनेस कॉरस्पॉडेंट के लिए समान वेतन.
अधिकारियों के लिए बैंक में कार्य के घंटे का नियमितीकरण.
बैंकों में कार्यों के घंटे और लंच समय का सही से बंटवारा.
बैंककर्मियों का आरोप है कि पिछले 26 महीनों से वो लंबित वेतन पुनरीक्षण समझौता और अन्य मुद्दों को हल कराने के लिए बातचीत कर रहे हैं. लेकिन उनकी बातचीत असफल होती रही है