डबरा ब्रेकिंग डबरा में इतिहास में पहली बार कार्यपालक मजिस्ट्रेट किसान बनकर कच्ची पर्ची पकड़ने के लिए आरत्या के पास पहुंचे
डबरा के इतिहास में पहली बार कार्यपालिक मजिस्ट्रेट बने किसान कच्ची पर्ची पर खरीदारी करने वाले आढ़तियों की पकड़ के लिये
और कच्ची पर्ची पर चल रही खरीद को पकडा नायब तहसीलदार ने
रिपोर्ट घनश्याम बाबा ब्यूरो चीफ डबरा
डबरा। कच्ची आडत को रंगे हाथो पकडने के लिए जिला कलेक्टर अनुराग चैधरी के निर्देशन एसडीएम राघवेन्द्र पाण्डे के नेतृत्व में नायब तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव अपनी प्रशासनिक टीम के साथ कृषि उपज मण्डी में किसान बनकर उस जगह का निरीक्षण किया जहां किसानों की उपज की नीलामी की जाती है नायब तहसीदार और उनकी टीम ने निरीक्षण के दौरान उन किसानो के हाथों से पर्चियां जप्त कर ली जो बिचैलियों ने किसानो को दी थी और उन्हीं किसानो से बातचीत के बाद उन व्यापारियों के कांटो पर पंहुच गया और 8 पर्चियों के मय मोबाइल नंबर के साथ-साथ किस किसान की कितने रूपये में उपज खरीदी गई है उसका पंचनामा भी तैयार किया गया है। जब तहसीलदार ने व्यापारियों को कच्ची पर्ची बताई तो व्यापारी पर्ची उनकी न होने की बात पर अड़ गए तथा व्यापारियों ने बताया कि मंडी में सक्रिय बिचैलिये रजिस्टर्ड फर्म के नाम पर किसानों के साथ लूटखसोट कर रहे हैं और यह मंडी प्रशासन की सांठगांठ से चल रहा है।
किसान बनकर पंहुचे नायब तहसीलदार श्रीवास्तव किसानों के बीच........
दरअसल, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर नायब तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव किसान बनकर किसानों के बीच जा पंहुचे जहां आधा सैकडा से अधिक बिचैलिये किसानो की धान की बोरी बिना किसी नियम कायदे के लगाकर उन्हे कच्ची पर्चियां दे रहे थे बिचैलियों द्वारा किसानों को दीपक कुमार, मनोज कुमार के फर्म की सील लगी पर्चियां किसानो के हाथ में देखते ही तहसीलदार ने जप्त कर ली।
आखिर किसके इशारे पर. कृषि उपज मंडी में काम करते हैं ब्रोकर.......
सोमवार को नायब तहसीलदार की कार्यवाही का खौफ बिचैलियों में देखा गया और व्यापारियो ने उन कच्ची पर्चियों को बताया कि यह किसान को भाव लगाकर दी जाती है और एक साथ 37-1 और 37-2 की रसीदें शाम को एक साथ काटी जाती है क्योंकि अगर मण्डी प्रशासन द्वारा 37-1 और 37-2 की रसीदें काटी जाएंगी तो कृषि उपज मण्डी में किसानों का माल नहीं तुल पाएगा इसलिए यह कच्ची पर्चियों का उपयोग किया जा रहा है जिस पर नायब तहसीलदार ने नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यापारियों और मण्डी प्रशासन से कहा मंगलवार से ऐसा नहीं चलेगा अगर मंगलवार को कोई भी बिचैलियो की पहचान होगी तो उस पर 151 की कार्यवाही करके सीधा जेल भेजा जाएगा
व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए ट्रैक्टर ट्रालियों के प्रवेश के लिए बनाए जाएंगे डिवाइडर........
नायब तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव ने मण्डी प्रशासन से कहा कि कृषि उपज मण्डी 125 बीघा में है तो फिर अव्यवस्थाओ क्यों.....? उन्होने बताया कि तीनों गेटो से चार पाॅइन्ट डिवाइडर बनाकर किए जाएंगे जिससे प्रत्येक ट्राॅली अपने यथास्थान पर जाकर खडी हो और नीलामी के बाद सीधे व्यापारी के कांटे पर पंहुचे जिससे अव्यवस्थाएं नहीं फैलेगी और पंाच प्लेटफार्म निर्धारित किए जाएंगे जिन पर किसानो की उपज की बोली लगाई जाएगी।
मंडी प्रशासन की मिलीभगत से 32 कमरों की जगह 5 ही चालू.......
नायब तहसीलदार श्यामू श्रीवास्तव ने मण्डी प्रशासन पर नाराजगी व्यक्त की है उन्होने मण्डी प्रशासन से कहा जब 32 कैमरे निगरानी के लिए लगे है तो फिर 5 कैमरे ही क्यों चालू है उन्होने स्पष्ट और सख्त लहेजे में कहा कि मंगलवार को हमें सभी कैमरे चालू चाहिए इन्ही कैमरो से बिचैलियों की भी पहचान होगी।
प्रदेश सरकार के लिए कामधेनु गाय है कृषि उपज मण्डी..............
मण्डी प्रशासन ने नायब तहसीलदार श्रीवास्तव को बताया कि वर्तमान में समथर, चिरगांव, इन्दरगढ, सेंवढा, लहार, भलका, ररूआ और दतिया जिले के कई गांव से किसान धान की उपज डबरा कृषि उपज मण्डी में ला रहे है बंफर आवक होने से कृषि उपज मण्डी को 20-25 लाख रूपये की प्रतिदिन राजस्व की आमद हो रही है।
अमृत सिटी स्वच्छता पर दाग कैसे होगा कायाकल्प कृषि उपज मंडी का......
कृषि उपज मण्डी में दो सैकडा से अधिक चाट और पोहे के ठेले लगे हुए है सूत्रो की माने इन चाट के ठेलो से अवैध वसूली भी की जा रही है इन ठेलो की वजह से मण्डी परिसर में इतना गंदगी का आलम है कि उस जगह खडा होना यानी नई बीमारी को जन्म लेने के समान है। सूत्रो ने तो यह भी बताया कि 250 रूपये से 300 रूपये प्रति चाट के ठेले वालो द्वारा दिया जा रहा है लेकिन किसको इस पर कोई भी बोलने को तैयार नहीं है स्वच्छता पर दाग इस बात के प्रमाण है कि मण्डी प्रशासन स्वच्छता के प्रति पूर्णतः लापरवाह है।
इनका कहना..........
कृषि उपज मण्डी में बगैर लायसेंसी धारी 500 से अधिक बिचैलिये सक्रिय है जो किसानो के साथ लूटखसोट कर अवैध रूप से किसानो का माल खरीद रहे है ऐसे लोगो की पहचान करना प्रशासन का काम है व्यापारी अपना काम ईमानदारी से कर रहा है।
दिनेश गोयल, प्रतिनिधि गल्ला व्यापारी संघ डबरा
सोमवार को किसानो के बीच पंहुचकर किसानो के हाथो से 8 पर्चियां जब्त की गई है जिस पर फर्म और जीन्स का नाम, उपज का मूल्य लिखा हुआ है जिसका पंचनामा तैयार किया गया है और उन पर्चियों को लेकर आगामी कार्यवाही वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में की जाएगी कि यह पर्चियां कैसे और किन नियमो के तहत बनाई गई है..?
श्याम श्रीवास्तव, नायब तहसीलदार कच्ची पर्चियों का पंचनामा तैयार करते नायब तहसीलदार